वाच्य के कितने प्रकार होते हैं | संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया और विशेषण PDF – allindiafreetest.com

वाच्य किसे कहते हैं ? वाच्य के कितने प्रकार होते हैं ? कर्म वाच्य किसे कहते हैं, भाव वाच्य किसे कहते हैं, कर्तृ वाच्य किसे कहते हैं, संज्ञा किसे कहते हैं ? संज्ञा के कितने प्रकार हैं , सर्वनाम किसे कहते हैं ? सर्वनाम के कितने प्रकार होते हैं ?, क्रिया किसे कहते हैं ? क्रिया के कितने प्रकार होते हैं और विशेषण किसे कहते हैं ? विशेषण कितने प्रकार का होता है ?

 

हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम के लिए एक महत्वपूर्ण टॉपिक लेकर आए हैं जो आपके विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा UPTET, CTET, STET, REET, MPTET, SSC, UPSSSC लेखपाल के लिए महत्वपूर्ण है।

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

अगर आप UPTET की परीक्षा में अच्छे अंक लाना चाहते हैं तो इसे पढ़ें और वीडियो भी देखें इससे आपका रिवीजन हो जायेगा और आप कभी भूल नहीं पाओगे। इसकी PDF को डाउनलोड करने के लिए नीचे महत्वपूर्ण लिंक दिया गया है उसे आप ज़रूर डाउनलोड करें और शार्ट नोट्स बनाये जिससे आप QUICK रिवीज़न कर पाएं। इस बार UPTET में लगभग 20 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे और कम्पटीशन बहुत कठिन है इसलिए जरूरी है की कम समय में बेहतर तैयारी करें।

वाच्य क्या होता है ? Vachya in Hindi

क्रिया के जिस रुप से यह पता चले कि मुख्य विषय कर्ता के अनुसार है या कर्म के अनुसार है या भाव के अनुसार है उसे हम वाच्य कहते हैं।

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

वाच्य के भेद – Vachya ke bhed

वाच्य के तीन भेद होते हैं – (1) कर्तृ वाच्य, (2) कर्म वाच्य, (3) भाव वाच्य।

कर्तृ वाच्य पहचानने की ट्रिक – इसमें कर्ता के बाद “ने/शून्य कारक” मिलता है।

कर्म वाच्य पहचानने की ट्रिक – इस वाक्य में कर्ता के बाद “के द्वारा/कर्ता निर्जीव” होता है।

भाव वाच्य पहचानने की ट्रिक – इसमें कर्ता के बाद “से” या “नहीं” लगा हुआ मिलता है।

क्रिया किसे कहते हैं ? Kriya kise kahte hai

किसी कार्य के करने या होने का बोध कराने वाले शब्द को हम क्रिया कहते हैं। हिंदी में क्रिया लिंग, वाचन और पुरुष के अनुसार बदलती है। क्रिया के मूल रूप को हम धातु कहते हैं। जैसे – पढ़ + ना = पढ़ना में मूल धातु “पढ़” है।

कर्म के आधार पर क्रिया के भेद - karm ke adhar par kriya ke bhed

कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं (1) सकर्मक क्रिया (2) अकर्मक क्रिया।

सकर्मक क्रिया में क्रिया कर्म के साथ होती है जबकि अकर्मक क्रिया में क्रिया करता में ही छुपी रहती है।

जैसे – “राम पुस्तक पढ़ता है ” में सकर्मक क्रिया है।

‘वह पढ़ता है’ में अकर्मक क्रिया है।

क्रिया के अन्य भेद - kriya ke anya bhed

संयुक्त क्रिया, प्रेरणार्थक क्रिया, पूर्वकालिक क्रिया, नामधातु क्रिया, द्विकर्मक क्रिया, सहायक क्रिया

संज्ञा किसे कहते हैं  Sangya kise kahate hai

जिन विचारी शब्दों से किसी व्यक्ति या स्थान, प्राणी, काम, गुण आदि का बोध होता है उसे संज्ञा कहते हैं।

संज्ञा के कितने भेद होते हैं - Sangya ke kitne bhed hote hai

संज्ञा के पांच भेद होते हैं-

व्यक्तिवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, भाववाचक संज्ञा, समूहवाचक संज्ञा, द्रव्यवाचक संज्ञा।

 सर्वनाम किसे कहते हैं - Sarvanam kise kahte hai

 जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं। जैसे – वह

सर्वनाम के भेद -  Sarvanam ke bhed

प्रयोग के आधार पर या व्याकरण के आधार पर सर्वनाम के 6 भेद होते हैं।

पुरुषवाचक सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम, प्रश्नवाचक सर्वनाम, संबंधवाचक सर्वनाम, निश्चयवाचक सर्वनाम, अनिश्चयवाचक सर्वनाम।

विशेषण किसे कहते हैं - Visheshan kise kahate hai

वे शब्द जो संज्ञा तथा सर्वनाम की विशेषता बतलाते हैं उन्हें विशेषण कहते हैं।

विशेषण के भेद - Visheshan ke bhed

विशेषण के चार भेद होते हैं –

गुणवाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, संख्यावाचक विशेषण, सर्वनामिक विशेषण

pdf download करें Click Here
Video Class Click Here
Telegram Channel Click Here
UPTET Admit Card Click Here

इसकी pdf download करने के लिए लिंक पर जाएं या वीडियो देखें।

इसे अपने दोस्तों में शेयर करके उन्हें जानकारी दें।

 

 

 

1 thought on “वाच्य के कितने प्रकार होते हैं | संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया और विशेषण PDF – allindiafreetest.com”

Comments are closed.