Indira Gandhi Biography in Hindi : स्वतंत्र भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थी। इनके पिता का नाम पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं माता का नाम कमला नेहरू था। इंदिरा गाँधी का विवाह फिरोज गाँधी से हुआ। हालांकि पिता नेहरू नहीं चाहते थे कि इंदिरा गाँधी का विवाह फिरोज गाँधी से हो इसके वावजूद इंदिरा अपने पिता की बात को नहीं मानी।
प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय : आज के लेख में आप जानेंगे इंदिरा गाँधी कौन थी, राष्ट्रीय बालिका दिवस से सम्बन्ध, इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय, जीवनी, निबंध, बायोग्राफी, उम्र, प्रधानमंत्री, परिवार, पत्नी, बच्चे, जाति, धर्म, जन्म, मृत्यु, निधन, विकिपीडिया, इतिहास (Indira Gandhi biography in hindi , Jayanti , Wikipedia, birthday, Birth, Death, age, Rreligion, history, quotes, Son, Daughter, Famjly, awards essay, indira gandhi ka jivan parichay, National Girl Child Day)
Indira Gandhi Biography in Hindi | इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय
indira gandhi ka jivan parichay : इंदिरा गाँधी भारत की पहली और अब तक के इतिहास में एक मात्र महिला प्रधानमंत्री बनी। इंदिरा गाँधी का जन्म 19 नवंबर सन 1917 में हुआ। इनके पिता का नाम पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं माता का नाम कमला नेहरू था। इंदिरा गाँधी का विवाह फिरोज गाँधी से हुआ। हालांकि पिता नेहरू नहीं चाहते थे कि इंदिरा गाँधी का विवाह फिरोज गाँधी से हो इसके वावजूद इंदिरा अपने पिता की बात को नहीं मानी।
रविन्द्र नाथ टैगोर ने इंदिरा गांधी को “प्रियदर्शनी” के नाम से पुकारा। पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के पहले प्रधान मंत्री और स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के सहयोगी थे। वर्ष 1947 से 1964 तक वह जवाहरलाल नेहरू के प्रशासन के चीफ ऑफ स्टाफ रहे। भारतीय इतिहास (Indira Gandhi Biography in Hindi) में इंदिरा गाँधी दूसरी ऐसी प्रधान मंत्री रहीं जिन्होंने लंबे समय तक पद पर कार्य किया और यह पहली बार 1966 से 1977 तक तथा दूसरी बार 1980 से वर्ष 1984 में उनकी हत्या तक इस पद पर थीं।
वर्ष 1959 में वह कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुनी गईं। इंदिरा गाँधी ने वर्ष 1966 में भारत के प्रधान मंत्री के रूप में लाल बहादुर शास्त्री का स्थान लिया। वर्ष 1975 से 1977 तक उन्होंने राजनीतिक विरोध को कुचलने के लिए देश में आपातकाल लगाया।
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इंदिरा गाँधी के लिये इंडिया टुडे पत्रिका ने वर्ष 2001 में एक सर्वेक्षण किया जिसमें इंदिरा गाँधी को भारत की सबसे महानतम प्रधान मंत्री के रूप में वोट दिया गया था। यही नहीं वर्ष 1999 में बीबीसी ने उन्हें “वुमन ऑफ़ द मिलेनियम” के रूप में नामित किया। आप पढ़ रहे हैं प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय हिंदी में।
इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय | Indira Gandhi Biography in Hindi Details
Article का नाम | प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय (Indira Gandhi Biography in Hindi) |
पूरा नाम | इंदिरा प्रियदर्शनी गाँधी |
अन्य नाम (उपनाम) | प्रियदर्शनी
वुमन ऑफ़ द मिलेनियम |
जन्म (Birth)
जन्मस्थान (Birthplace) |
19 नवंबर 1917
इलाहबाद, उत्तर प्रदेश |
पिता का नाम (Father’s) | जवाहर लाल नेहरू |
माता का नाम (Mother’s) | कमला नेहरू |
विवाह तिथि (Marriage) | 16 मार्च 1942 |
पति का नाम (Husband’s) | फिरोज गाँधी |
पुत्र (Son’s) | राजीव गाँधी
संजय गाँधी |
हत्या (मृत्यु/निधन) | 31 अक्टूबर 1984 सतवंत सिंह और बेअन्त सिंह (दोनों सिखों के द्वारा) |
indira gandhi ka jivan parichay इंदिरा गाँधी बायोग्राफी
मृत्यु स्थान (Death Place) | 1 सफदरजंग रोड, नई दिल्ली |
उम्र (Age) | 66 वर्ष |
कद (Height) | 5 फिट, 4 इंच |
आँखों का रंग (Eye Colors)
बालो का रंग( Hair Color) |
काला (Black)
धुसर |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय (Indian) |
धर्म (Religion) | हिन्दू (Hindu) |
जाति (Caste) | ब्रह्मण (Brahmin) |
शिक्षा (Education) | स्कूल (School) मॉडर्न स्कूल, दिल्ली सेंट सेसिलिया पब्लिक स्कूल, दिल्ली सेंट मैरी क्रिश्चियन कॉन्वेंट स्कूल, इलाहाबाद जिनेवा के इंटरनेशनल स्कूल |
व्यवसाय (Professions) | पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक पार्टी (Political Party) | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) |
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इंदिरा गाँधी का परिवारिक जीवन| Indira Gandhi Biography in Hindi
indira gandhi ka jivan parichay : इंदिरा गाँधी के पिता पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। इनकी माता कमला नेहरू का लम्बे समय से बीमार होने के कारण देहांत हो गया। इंदिरा गाँधी का ने फिरोज गाँधी से 1942 में विवाह किया। इसी दौरान भारत छोड़ो आंदोलन कु शुरुआत हो चुकी थी और अंग्रेजों ने फिरोज गाँधी के साथ इंदिरा गाँधी को भी जेल में बंद कर दिया। वर्ष 1943 में ये जेल से बाहर आयी फिर राजीव गाँधी और संजय गाँधी को जन्म दिया। आईये अब Indira Gandhi Biography in Hindi में परिवार के बारे में जानें

इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय (परिवार) | Indira Gandhi Biography Family’s Details
आर्टिकल का नाम | Indira Gandhi Biography in Hindi |
नाम | श्री मति इंदिरा गांधी |
पिता | जवाहर लाल नेहरू |
माता | कमला नेहरू |
पति | फिरोज गांधी |
पुत्र | राजीव गांधी, संजय गांधी |
पुत्र वधु | सोनिया गांधी (राजीव गांधी की पत्नी)
मेनका गांधी (संजय गांधी की पत्नी) |
पौत्र/पौत्री | राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, वरुण गांधी |
राजीव गाँधी का परिवार | Rajeev Gandhi Short Biography Family’s Details
आर्टिकल का नाम | Indira Gandhi Biography in Hindi |
नाम | राजीव गांधी |
पिता का नाम | फिरोज गांधी |
माता का नाम | इंदिरा गांधी |
पत्नि का नाम | सोनिया गांधी (एंटोनिया माइनो) |
पुत्र | राहुल गांधी |
पुत्री | प्रियंका गांधी वाड्रा |
संजय गाँधी का परिवार | Sanjay Gandhi Short Biography Family’s Details
आर्टिकल का नाम | Indira Gandhi Biography in Hindi |
पूरा नाम | संजय गांधी |
पिता का नाम (Father’s Name) | फिरोज गांधी |
माता का नाम (Mother’s Name) | इंदिरा गांधी |
पत्नि का नाम (Wife’s) | मेनका गांधी |
पुत्र | वरुण गांधी |
पुत्र वधु | यामिनी राय चौधरी |
इंदिरा गांधी की शिक्षा | Indira Gandhi Biography in Hindi (Education)
indira gandhi ka jivan parichay के अन्तर्गत अब उनकी शिक्षा के बारे में भी जानें। इंदिरा गांधी की प्रारम्भिक शिक्षा उनके घर से हुई। उन्होंने शांतिनिकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय में थोड़े समय के लिये अध्ययन किया। ऑक्सफोर्ड से अपनी पढ़ाई पूरी किए बिना भारत लौटना पड़ा लेकिन बाद में वहां से इन्हें सम्मानित किया गया।
इंदिरा गांधी का राजनितिक करियर| Indira Gandhi Biography in Hindi (Political Career)
जैसा कि आप सभी जानते हैं इंदिरा गांधी के जीवन में काफी उतार चढाव देखने को मिले। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बनी यहां उनके जीवन में बहुत सारे बदलाव आए। 1959 और 1960 के दौरान कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष चुना। इनके पिता का पंडित जवाहर लाल नेहरू का 27 मई, 1964 को आकस्मिक निधन हो गया। इसके बाद सूचना और प्रसारण मंत्री के लिए नियुक्त की गयी। लाल बहादुर शास्त्री की असामयिक मृत्यु के बाद, जनवरी 1966 में इंदिरा गाँधी को भारत के प्रधान मंत्री के रूप में स्वीकार किया गया और वर्ष 1977 तक इस पद पर कार्य किया। 1969 में पार्टी दो भागों में बट गयी।
इंदिरा गांधी ने एक प्रधान मंत्री के रूप में देश की राजनीतिक, आर्थिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नीतियों में कई परिवर्तन किए। इन्होंने 14 प्रमुख वाणिज्यिक बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने का निर्णय लिया और इससे काफी फायदा हुआ। कृषि क्षेत्र में वृद्धि और छोटे छोटे उद्यमों निवेश बढ़ गया। उन्होंने अगला कदम स्टील, तांबा, कोयला, सूती वस्त्र, रिफाइनिंग और बीमा उद्योगों जैसे कई उद्योगों का राष्ट्रीयकरण करने के लिये बढ़ाया। इससे संगठित श्रमिकों के रोजगार और हितों की रक्षा हुई और निजी क्षेत्र के उद्योगों को सख्त नियामक नियंत्रण में लाया गया।
पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के बाद 1971 में तेल संकट उत्पन्न हो गया। इसे खत्म करने के लिये इंदिरा गाँधी ने तेल कंपनियों का राष्ट्रीयकरण किया और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (HPCL), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) जैसी तेल कंपनियों का गठन किया। इतना ही नहीं हरित क्रांति ने देश की कृषि उपज में उल्लेखनीय प्रगति की।
वर्ष 1971 में पाकिस्तान में गृहयुद्ध के दौरान इन्होंने पूर्वी पाकिस्तान का समर्थन किया और बांग्लादेश का गठन हुआ। इन्होंने प्रशासनिक नीति से मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब को राज्य का दर्जा दिया। इन्होने समाजिक सुधार करने हेतु पुरुषों और महिलाओं को समान वेतन देने की बात कही। इनकी याद में राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी को मनाया जाता है।
वर्ष 1971 के चुनावों के बाद विपक्षी दलों ने उन पर अनुचित साधनों का उपयोग करने का आरोप लगाया जिससे उनके खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक मामला दायर हुआ और दोषी पाने के कारण जून 1975 को अदालत ने चुनावों को शून्य घोषित कर दिया तथा उन्हें लोकसभा से हटा दिया गया इसके साथ ही अगले छह वर्षों के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस समय के दौरान देश में काफी उथल-पुथल मचा हुआ था।
आपात काल की घोषणा | Emergency in India
इस समय देश में अशांति का माहौल उतपन्न हो गया था इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, उन्होंने भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद को जून 1975 से मार्च 1977 तक 21 महीने तक चलने वाले आपातकाल की स्थिति घोषित करने की सलाह दी। जिससे उन्हें डिक्री द्वारा शासन करने की शक्ति मिली और चुनावों को निलंबित कर दिया। सभी अन्य नागरिक अधिकार समाप्त कर पूरा देश केंद्र सरकार के अधीन हो गया।indira gandhi ka jivan parichay
इसका परिणाम उन्हें अगले चुनावों में देखने को मिला, कांग्रेस पार्टी को पर्याप्त अंतर से हार का सामना करना पड़ा और इंदिरा गाँधी एवं संजय गांधी दोनों अपनी सीटों से हार गए।
1980 के बाद से प्रधान मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल का ज्यादातर समय पंजाब के राजनीतिक मुद्दों को हल करने में चला गया। इस दौरान जरनैल सिंह बिंद्रावाले और उनके सैनिकों ने 1983 में एक अलगाववादी आंदोलन शुरू किया और खुद को स्वर्ण मंदिर (अमृतसर) में स्थापित किया।यह सिखों के लिए सबसे पवित्र माना जाता है।
इंदिरा गाँधी की मृत्यु ( Indira Gandhi Death )
31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गाँधी के आधिकारिक आवास के बगीचे में उनके दो अंगरक्षकों द्वारा (नई दिल्ली में 1, सफदरजंग रोड पर) अंधाधुंध गोली फायरिंग की गयी। इसमें अंगरक्षक बेअंत सिंह ने उसे तीन बार गोली मारी और सतवंत सिंह ने लगभग तीस राउंड फायर किए थे बाद में दोनों ने आत्मसमर्पण कर दिया। एक कमरे में ले जाकर बेअंत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई और सतवंत सिंह को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। indira gandhi ka jivan parichay
उसके बाद इंदिरा गाँधी को सुबह 9:30 बजे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों की कोशिश फेल हो गयी और दोपहर 2:20 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनका अंतिम संस्कार 3 नवंबर को राज घाट में हिन्दू रीति रीवाज के साथ किया गया।
इंदिरा गांधी की उपलब्धियां एवं पुरस्कार |Award’s to Indira Gandhi Biography
- इंदिरा गांधी जी ने 1967-68 में फ्रांस की सबसे लोकप्रिय महिला का खिताब अपने नाम किया।
- 1972 में इंदिरा गांधी को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 1972 में ही इंदिरा गांधी को मैक्सिकन अकादमी पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए दिया गया था।
- 1973 में एफएओ का दूसरा वार्षिक पदक दिया गया।
- येल विश्वविद्यालय ने होलैंड मेमोरियल पुरस्कार से इन्हें सम्मानित किया।
- 1976 में नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा साहित्य वाचस्पति (हिन्दी) पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- इंदिरा गांधी जी के सम्मान में राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है।
निष्कर्ष :- आज का आर्टिकल प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय (Indira Gandhi biography in hindi) के बारे में था। उम्मीद है आपको पसंद आया होगा इंदिरा गांधी जी के बारे में आपकी क्या राय है कमेंट में जरूर लिख कर बताएं. ये जानकरी आपकी परीक्षाओं के लिये उपयोगी सिद्ध होगी। allindiafreetest.com पर सर्च करें और टेलीग्राम से भी जुड़े। धन्यवाद.
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