NATO क्या है ?
NATO एक अंतराष्ट्रीय संगठन हैं, जिसमें 30 देशों को शामिल किया गया है इन 30 देशों में यूरोपीय देश एवं उत्तरी अमेरिकी देश से मिलकर एक सैन्य संगठन बनाया गया है जिसमें सैन्य सहायता पर चर्चा होती है और सैन्य सहायता की जाती है |
NATO के अनुसार एक देश की सेना दूसरे देश में ट्रेनिंग के लिए जाती है जिन्हें एक अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनिंग दी जाती है की उन्हें किसी भी परिस्थिति में कैसे निपट सकते हैं |
NATO की स्थापना
NATO की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई थी | द्वितीय विश्व युद्ध के बाद एक अन्तर- सरकारी सैन्य संगठन के रूप में किया गया | NATO को उत्तरी अटलांटिक सन्धि संगठन भी कहा जाता है |
नाटो का मुख्यालय (NATO Headquarter)
NATO का मुख्यालय बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स के हरेन में हैं |
NATO का पूरा नाम ( NATO FULL FORMS )
NATO का पूरा नाम ( Full Forms ) North Atlantic Treaty Organization (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) है, और इस संगठन में कुल 30 यूरोपीय एवं उत्तर अमेरिकी देश शामिल है |
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नाटो को बनाने के पीछे क्या कारण था ?
नाटो को बनाने का मुख्य कारण देखा जाये तो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोपीय देशों की आर्थिक स्थिति में गिरावट और अन्य देशों को बाहरी ताकतों से बचाना था |अब सोवियत संघ ग्रीस और तुर्की पर अपना प्रभाव स्थापित करना चाहता था जिससे वहां पर साम्यवाद की स्थापना कर ले और विश्व के व्यापार पर अपना नियंत्रण स्थापित कर ले|अगर सोवियत संघ तुर्की पर अधिकार कर लेता तो उसका पूरा नियंत्रण काला सागर पर हो जाता और आस- पास के सभी देशों पर साम्यवाद की स्थापित करके ग्रीस पर भी अपना नियंत्रण कर लेता इस कारण भूमध्य सागर के रास्ते होने वाले व्यापार में उसका प्रभाव क़ायम रहता अब ऐसी विचार धारा को अमेरिका जान गया |
वर्ष 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त तो हो गया लेकिन चिंता का विषय भी बन गया क्योंकि इस विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ दो देश महाशक्ति बन कर सामने आये | अब यूरोप में संभावित खतरा से बचने के लिए बेल्जियम, ब्रिटेन, फ्रांस, नीदरलैण्ड , लक्सेमबर्ग को एक संधि करनी पड़ी और इस सन्धि को बूसेल्स की संधि के नाम से जाना जाता है और सबसे बड़ी बात यह थी कि यदि किसी भी देश पर हमला होता है तो उस देश की मदत सामूहिक सैनिक सहायता व सामाजिक-आर्थिक सहयोग के रूप में दी जानी है | इसमें अगर किसी देश पर आतंकवादी हमला हो या किसी अन्य कारण सैन्य सहायता के लिए एक मीटिंग की आवश्यकता हुई इसे नाटो कहा गया |
शुरुआत के समय कुल 12 देश थे इसमें कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन, बेल्ज़ियम, संयुक्त राज्य अमेरिका, डेनमार्क, नीदरलैंड, लक्जमर्ग, इटली, आईसलैंड, पुर्तगाल और नार्वे देशों ने हस्ताक्षर किया और सदस्य बने |
शीत युद्ध होने से पहले पश्चिम जर्मनी, स्पेन, यूनान और टर्की ने जैसे देश इसमें शामिल हुए, बाद में जैसे ही शीत युद्ध समाप्त हुआ अब पोलैण्ड, हंगरी ने भी सदस्यता ग्रहण कर ली फलत: वर्ष 2004 में 7-8 अन्य देशों ने भी हस्ताक्षर कर दिए इस प्रकार वर्तमान समय में देखा जाये तो कुल 30 देश इसके सदस्य है |
वर्ष 2021 में NATO शिखर सम्मलेन
14 जून 2021 को हुए नाटो की 31वीं औपचारिक बैठक ब्रुसेल्स की राजधानी बेल्ज़ियम में हुई और इसमें चर्चा का विषय भू – रणनीति वातावरण के अलावा जलवायु और प्रोद्योगिकी के साथ सामूहिक रक्षा तथा सुरक्षा पर थी | नाटो की भविष्य की चिंताओं पर भी ध्यान दिया गया की वर्ष 2030 तक नाटो को अनुकूलित भी बनाना इसका मुख्य उद्देश्य रहा |
प्रिय स्टूडेंट और पाठक हमने इस लेख में आपको “NATO क्या है ?”, “NATO का FULL FORM क्या है ?” “NATO का मुख्यालय कहाँ है ?”, NATO में कुल कितने देश शामिल हैं ?” इन सभी Point पर हमारी चर्चा थी | अगर इसके अलावा भी कोई प्रश्न हैं तो हमें comment ज़रूर करें, और इसे अपने दोस्तों को Whatsapp, Facebook पर शेयर भी करें |
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Current Affairs Today in Hindi, Current Affairs 2021 प्रकासित बिंदु.
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